नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेज-1 में स्थित अल्कॉन पब्लिक स्कूल प्रबंधन के मनमानी रवैये से पैरेन्ट्स परेशान हैं। स्कूल ने फरमान जारी करते हुए सभी पैरेन्ट्स को 15 फीसदी फीस बढ़ोत्तरी का नोटिस भेजा है। इतना ही नहीं ये फीस बढ़ोत्तरी पिछले अकादमिक सत्र से की गई है। मेल में अभिभावकों से पिछले शैक्षणिक सत्र 2023-24 का बकाया छह किस्तों में भुगतान करने का फरमान जारी किया गया है।

मेल में स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. दीपकराज सिंह बिष्ट के नाम से एक पत्र जारी किया गया है जिसमें दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले का हवाला दिया गया है लेकिन किसी भी अभिभावक को न तो हाई कोर्ट के फैसले की प्रति और न ही दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग की संस्तुति की प्रति उपलब्ध कराई गई है। कई अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन को मेल भेजा, जबकि कई ने पूछताछ की लेकिन स्कूल की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया गया है।

हैरत की बात है कि स्कूल ने अक्टूबर 2022 में भी फीस बढ़ाया था और उस साल भी लोगों से 2022-23 सत्र की बकाया राशि वसूल की थी। उससे पहले 2021-22 और 2020-21 में भी स्कूल फीस बढ़ा चुका है। यानी स्कूल प्रबंधन हर साल फीस बढ़ा रहा है, जबकि बच्चों को सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं दे रहा। कई अभिभावकों ने आरोप लगाया कि बच्चों को खेल के मैदान में फुटबॉल और गेंद तक नहीं दिया जा रहा। दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी दिल्ली एजुकेशन एक्ट की धारा 17(3) में इस बात का उल्लेख है कि स्कूल तभी फीस बढ़ा सकता है, जब उसे शिक्षा निदेशालय से इस हेतु अनुमति मिलेगी। इस मामले में ऐसा नहीं हुआ है।

स्कूल प्रबंधन के मनमाने फैसले से अभिभावक परेशान हैं। वे दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी से लेकर अदालत तक का दरवाजा खटखटाने पर विचार कर रहे हैं। पैरेन्ट्स शीघ्र ही स्कूल प्रबंधन को इस बावत एक ज्ञापन भी सौंपने वाले हैं।

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