किशनगंज: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ( AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन औवेसी ने बुधवार को बिहार के किशनगंज में चुनावी रैली की और पार्टी के बिहार इकाई के प्रमुख और विधायक अख्तरुल इमान के पक्ष में लोगों से वोट मांगा। इमान किशनगंज सीट से पार्टी के उम्मीदवार हैं। इस दौरान ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सुन लें, भारत के मुसलमान घुसपैठिए नहीं हैं। ओवैसी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम मोदी द्वारा हाल में मुसलमानों के खिलाफ की गई विवादास्पद टिप्पणी पर अपना रुख स्पष्ट करने की चुनौती दी।

ओवैसी ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार को क्या हो गया है। उन्होंने नरेन्द्र मोदी के बयानों पर एक शब्द भी नहीं बोला। क्या वह गूंगे हो गए हैं। क्या उनके मुंह में दही जमा है।’’ मोदी ने राजस्थान में अपनी हालिया चुनावी रैलियों में कांग्रेस के घोषणा पत्र का हवाला देते हुए दावा किया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वह लोगों की संपत्ति को मुसलमानों में बांट देगी।

मीडिया से बातचीत के दौरान ओवैसी ने चेतावनी दी, ‘‘मुसलमान देश का सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है। इनकी आबादी करीब 17 करोड़ है। नरेन्द्र मोदी उन्हें रुसवा (बदनाम) कर उनके खिलाफ नफरत फैला रहे हैं। वह 2002 से ऐसा कर रहे हैं। अगर देश में दोबारा दंगे होते हैं तो इसके लिए सीधे तौर पर मोदी जिम्मेदार होंगे।’’

अपने चुनावी भाषण में ओवैसी ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर ‘‘वॉशिंग मशीन’’ होने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘भ्रष्टाचार के दाग वाले किसी भी व्यक्ति को भाजपा के साथ जुड़ते ही क्लीन चिट मिल जाती है। इसी तरह, भाजपा में सबसे कट्टर सांप्रदायिक तत्व के कांग्रेस में प्रवेश पाते ही उन्हें धर्मनिरपेक्षता का प्रमाण पत्र मिल जाता है।”

हैदराबाद के सांसद ने मोदी के ‘घुसपैठिया’’ वाली टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा, ‘‘असली घुसपैठिये चीनी सैनिक हैं जो लद्दाख और अन्य स्थानों पर हमारे बहुत सारे क्षेत्र पर कब्जा कर रहे हैं। अगर प्रधानमंत्री में हिम्मत है तो उन्हें उन्हें बाहर निकालना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मोदी के मन में अपने ही देश के मुसलमानों के प्रति इतनी नफरत है। लेकिन जब वह दुबई जाते हैं तो वहां के राष्ट्राध्यक्ष से गले मिलकर कहते हैं या ‘हबीबी’ (प्रिय)! जब वह सऊदी अरब के बादशाह से मिलते हैं तो वह उनका हाथ कसकर पकड़ लेते हैं और उन्हें जाने नहीं देते।’’ ओवैसी ने रैली में जुटे लोगों से शपथ भी दिलवाई।

ओवैसी ने कहा, ‘‘देश के मुसलमानों ने स्वतंत्रता संग्राम में अपने हिंदू भाइयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। आरएसएस ने राष्ट्रीय आंदोलन में कोई भूमिका नहीं निभाई है।’’उन्होंने कहा, ‘‘ हकीकत यह है कि मुसलमानों में प्रजनन दर कम हो गई है। लेकिन भेदभाव के कारण, इस समुदाय में गरीबी की दर अधिक है और उच्च शिक्षा तक पहुंच अपेक्षाकृत कम है।’’

ओवैसी ने कहा, ‘‘मंगलसूत्र वाली टिप्पणी करने से पहले मोदी को इस बात पर पश्चाताप करना चाहिए कि उन्होंने कोविड महामारी के दौरान हमारी कई महिलाओं को विधवा बना दिया, जब उनकी सरकार की दोषपूर्ण नीतियों के कारण लाशें नदी के तल पर तैरती देखी गईं। दिल्ली में भी लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण मर रहे थे ।’’

किशनगंज में एआईएमआईएम उम्मीदवार अख्तरुल इमान का मुकाबला मौजूदा कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के प्रत्याशी मुजाहिद आलम से है।

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