पटना: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के अधिकारियों ने ‘जमीन के बदले नौकरी घोटाला’ मामले में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख एवं पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की है। ये पूछताछ सोमवार को पटना स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान लालू यादव को नाश्ता, भोजन और शाम का नाश्ता भी दिया गया और समय-समय पर उन्हें डॉक्टरों द्वारा सुझाई गई दवाइयां भी दी गईं।

सूत्रों ने बताया कि लालू यादव से ईडी के अधिकारियों ने करीब 50 सवाल पूछे। लालू यादव हर सवाल का जवाब रूक-रूककर और देरी से दे रहे थे। वह पूछताछ के दौरान ईडी अफसरों पर भी कई बार गुस्सा हो गए। लालू यादव से पूछताछ के लिए दिल्ली से ईडी अफसरों की एक टीम पहुंची थी। राजद प्रमुख के साथ उनकी सांसद बेटी मीसा भारती भी मौजूद थीं। सोमवार को पूर्वाह्न 11 बजकर पांच मिनट पर दोनों ईडी कार्यालय पहुंच गए थे। उन्हें रात 9 बजे ईडी दफ्तर से बाहर जाते देखा गया।

जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘महागठबंधन’ से अलग होने के एक दिन बाद लालू प्रसाद केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश हुए हैं। इस गठबंधन में राजद सबसे बड़ा घटक दल है।

इससे पहले ईडी कार्यालय में लालू को प्रवेश कराने के बाद भारती ने संवाददाताओं से कहा, ”जब भी कोई केंद्रीय जांच एजेंसी हमारे परिवार के किसी सदस्य को पूछताछ के लिए बुलाती है तो हम वहां जाते हैं और उनके साथ सहयोग करते हैं और उनके सभी सवालों का जवाब देते हैं।” उन्होंने कहा, ”उनकी (लालू) स्वास्थ्य स्थिति के कारण उनके लिए अकेले जाना मुश्किल है, यही कारण है कि जब भी वह कहीं जाते हैं तो किसी को उनके साथ जाना पड़ता है।”

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा ‘महागठबंधन’ से अलग होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ जुड़ने के सवाल पर भारती ने कहा, ”बेहतर होगा कि आप उनसे (नीतीश कुमार) पूछें। कहने के लिये कुछ नहीं बचा।” सिंगापुर में रह रहीं लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने दावा कि उनकी बहन भारती के बार-बार अनुरोध के बाद भी ईडी अधिकारियों ने राजद प्रमुख के किसी भी सहायक को केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में प्रवेश करने और उनके साथ जाने की अनुमति नहीं दी।

आचार्य ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ”सब को पता है पापा की हालात… बिना सहारे चल नहीं सकते फिर भी ईडी के अधिकारियों ने किसी भी सहायक को अपने कार्यालय में प्रवेश करने और उनके साथ जाने की अनुमति नहीं दी… अनुरोध करने के बाद भी बहन मीसा या उनके सहायक को नहीं जाने दिया.. कृपया आप लोग मेरी मदद करें।” उन्होंने कहा, ”यह ईडी अधिकारियों द्वारा अमानवीय व्यवहार है…आपको (ईडी अधिकारियों) और आपके आका (ईडी के शीर्ष अधिकारियों) को शर्म आनी चाहिए।”

आचार्य ने पोस्ट में कहा, ”मेरे पापा को खरोच भी आई तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा। अगर मेरे पापा को आज कुछ भीा हुआ तो इसके जिम्मेदार गिरगिट (नीतीश कुमार पर निशाना) के साथ साथ सीबीआई और ईडी होंगे। शेर (लालू) अकेला है, कमजोर नहीं।”

ईडी सूत्रों के मुताबिक कथित ‘जमीन के बदले नौकरी घोटाला’ मामले में राजद नेता से पूछताछ करने के लिए दिल्ली से एजेंसी के अधिकारियों की एक टीम रविवार को पटना पहुंची। केंद्रीय जांच एजेंसी ने 19 जनवरी को मामले के संबंध में लालू और उनके बेटे तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए नया समन जारी किया था। ईडी द्वारा पटना स्थित राजद प्रमुख की पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर समन सौंपा गया था। दोनों को क्रमशः 29 और 30 जनवरी को ईडी अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। ईडी ने हाल ही में इस मामले में अपना पहला आरोपपत्र दायर किया है।

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