यरुशेलम:  लंबे समय से ईरान और इजरायल के बीच चल रहे प्रॉक्सी वार ने अब विकराल रूप ले लिया है और ईरान ने खुलकर इजरायल पर हमला बोल दिया है। ईरान ने सीरिया स्थित अपने वाणिज्य दूतावास पर इजरायल के हमले के बाद बदले की कार्रवाई के तहत उस पर सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया है। इजरायली सेना ने कहा कि इजरायल और अन्य देशों ने 300 से अधिक क्रूज मिसाइलों और ड्रोनों को रोका है, जिनमें से ज्यादातर इजरायली हवाई क्षेत्र के बाहर हैं। इजरायल ने कहा कि बहुत कम नुकसान हुआ है, लेकिन लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल पर ईरान के हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “हमने इजरायल को लगभग सभी मिसाइलों और ड्रोनों को गिराने में मदद की है। ईरान और यमन, सीरिया एवं इराक से उसके प्रतिनिधियों ने इजरायल में सैन्य सुविधाओं के खिलाफ एक अभूतपूर्व हवाई हमला किया।”

ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने कहा कि हमला ‘विशिष्ट लक्ष्यों’ को निशाना बनाकर किया गया था। ईरान ने एक अप्रैल को सीरिया में अपने वाणिज्य दूतावास पर हमले का बदला लेने की कसम खायी थी, जिसमें एक शीर्ष कमांडर सहित सात आईआरजीसी अधिकारी मारे गए थे। ईरान ने इजरायल पर उस हमले को अंजाम देने का आरोप लगाया था, लेकिन इजरायल ने न तो इसकी पुष्टि की और न ही इसका खंडन किया था।

ईरान के हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रण लिया है कि ‘हम मिलकर जीतेंगे’ लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इजरायल की प्रतिक्रिया क्या होगी।उधर बाइडन ने कहा कि उन्होंने ‘इजरायल की सुरक्षा के लिए अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता’ की पुष्टि की है।

इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि कुछ ईरानी मिसाइलें इजरायल के अंदर गिरीं, जिससे सैन्य अड्डे को मामूली क्षति हुई लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। इजरायल की एम्बुलेंस सेवा ने बताया कि दक्षिणी अराद क्षेत्र में मलबे में से नुकीली चीजों से चोटिल होने से सात वर्षीय बेडौइन लड़की घायल हो गयी है।

इस बीच, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इजराइल के खिलाफ ईरान के हमले की निंदा करते हुए इसे गैर जिम्मेदाराना कृत्य करार दिया तथा शनिवार रात एवं रविवार को ईरान द्वारा दर्जनों ड्रोन और क्रूज मिसाइल दागे जाने के बाद क्षेत्र की सुरक्षा के लिए सहयोग करने का भी संकल्प लिया। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ईरान के ड्रोन हमले को रोकने में मदद करने के लिए रॉयल एयर फोर्स के कई अतिरिक्त लड़ाकू विमानों को क्षेत्र में भेजा गया है।

विमान और हवा में ईंधन भरने वाले टैंकरों को क्षेत्र में आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के खिलाफ ब्रिटेन के ‘ऑपरेशन शेडर’ के तहत तैनात किया गया है। सुनक ने प्रधानमंत्री आवास-सह-कार्यालय ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट’ से जारी एक बयान में कहा, ‘‘इजराइल के खिलाफ किये गए ईरान के गैर जिम्मेदाराना हमले की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अपने सहयोगियों के साथ, हम स्थिति को स्थिर करने और तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए तत्काल काम कर रहे हैं। कोई भी इससे अधिक रक्तपात नहीं देखना चाहता।’’

ब्रिटेन के रक्षा विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘हमने इस क्षेत्र में रॉयल एयर फोर्स के अतिरिक्त लड़ाकू विमान और हवा में विमानों में ईंधन भरने में सक्षम टैंकर भेजे हैं। ये ऑपरेशन शेडर को मजबूती देंगे, जो इराक और सीरिया में ब्रिटेन का आईएसआईएस रोधी मौजूदा अभियान है।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘हम तनाव घटाने के लिए अपने क्षेत्रीय साझेदारों के साथ मिलकर सहयोग करना जारी रखेंगे।’’

इजराइल पर ईरान द्वारा ड्रोन और मिसाइल हमला किये जाने के बाद भारत ने कहा है कि वह दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर अत्यंत चिंतित है और हमले से क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती शत्रुता से अत्यंत चिंतित हैं। इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा है।’’

मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘हम तनाव को तत्काल कम किये जाने, संयम बरतने, हिंसा से दूर रहने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आग्रह करते हैं।’’विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत हालात पर करीब से नजर रखे हुए है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘क्षेत्र में हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के साथ संपर्क में हैं। यह जरूरी है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे।’’

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