चेंगदू (चीन): गत चैंपियन भारत अपने खिताब का बचाव करने में नाकाम रहा जब पुरुष टीम को गुरुवार को यहां थॉमस एवं उबेर कप बैडमिंटन फाइनल में चीन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 1-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा जबकि महिला टीम का अभियान भी जापान के खिलाफ 0-3 की हार के साथ खत्म हो गया।

विश्व पुरुष टीम चैंपियनशिप थॉमस कप में दो साल पहले भारत के लिए पहला खिताब जीतने के बाद देश के बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए गुरुवार का दिन काफी मुश्किल रहा और सिर्फ लक्ष्य सेन ही जीत दर्ज कर पाए। दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी एचएस प्रणय, तीसरे नंबर की जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी तथा ध्रुव कपिला और साई प्रतीक की जोड़ी को हार का सामना करना पड़ा।

यह एशियाई खेल 2023 के टीम फाइनल की पुनरावृत्ति था जहां भारत को 2-3 की शिकस्त के साथ पहली बार रजत पदक मिला था।

भारतीय टीम बुधवार को इंडोनेशिया के खिलाफ 1-4 की शिकस्त के साथ अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रही थी।

चीन की टीम भारत के खिलाफ बेहतर लय में नजर आई और उसने गत चैंपियन को कोई मौका नहीं दिया।

भारत की ओर से सबसे पहले प्रणय उतरे जिन्हें कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी शी यु की के खिलाफ 66 मिनट में 21-15 11-21 14-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी और चीन ने 1-0 की बढ़त बना ली।

हार के बाद प्रणय ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता लेकिन मुझे लगता है कि चीन को एक दिन का ब्रेक मिला था और वे (मुकाबले में) बहुत अधिक तरोताजा होकर आए थे। तीसरे गेम में यह बहुत बड़ा अंतर पैदा करता है। आज दुर्भाग्यपूर्ण रहा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहूंगा कि हमारी रात बहुत लंबी थी और जब हम सोए तब तक 1.32 (रात के) हो चुके थे और मुझे लगता है कि ऊर्जा के स्तर को वापस नहीं पाया जा सकता।’’

प्रणय ने कहा, ‘‘पिछली रात (इंडोनेशिया से हार के बाद) हर कोई बहुत निराश था, लेकिन 13 से 14 घंटे से भी कम समय में घरेलू दर्शकों के सामने इतना बड़ा मैच खेलना मानसिक रूप से एक बड़ा काम है क्योंकि आप इंडोनेशिया जैसे बड़े प्रतिद्वंद्वी से हार गए।’’

सात्विक और चिराग को लगातार दूसरे दिन शिकस्त झेलनी पड़ी। उन्हें लियांग वेई केंग और वैंग चैंग की दुनिया की नंबर एक जोड़ी के खिलाफ 15-21 21-11 12-21 से हार का सामना करना पड़ा जिससे चीन ने 0-2 की बढ़त बना ली।

लक्ष्य ने इसके बाद ली शी फेंग को 13-21 21-8 21-14 से हराकर भारत को वापसी दिलाने का प्रयास किया।

ध्रुव और साई हालांकि इसके बाद रेन शियांग यू और ही जी टिंग की दुनिया की 11वें नंबर की जोड़ी के खिलाफ 10-21 10-21 से हार गए जिससे भारत की उम्मीद टूट गई।

इससे पहले अष्मिता चालिहा ने कड़ा संघर्ष किया लेकिन युवा और अनुभवहीन भारतीय महिला टीम को उबेर कप में जापान के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी।

पी वी सिंधू के बगैर खेल रही भारतीय टीम ने ग्रुप चरण में कनाडा और सिंगापुर को हराकर नॉकआउट के लिये क्वालीफाई किया था लेकिन आखिरी लीग मैच में उसे चीन ने 5-0 से मात दी थी ।

दुनिया की 53वें नंबर की खिलाड़ी चालिहा को 67 मिनट तक चले मुकाबले में दुनिया की 11वें नंबर की खिलाड़ी आया ओहोरी ने 21-10, 20-22, 21-15 से हराया ।

ईशारानी बरूआ को दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी नोजोमी ओकुहारा ने 21-15, 21-12 से शिकस्त दी । वहीं राष्ट्रीय चैम्पियन प्रिया के और श्रुति मिश्रा को दुनिया की चौथे नंबर की जोड़ी नामी मत्सुयामा और चिहारू शिडा ने 21-8, 21-9 से हराया ।

भारत तीन बार 1957, 2014 और 2016 में उबेर कप सेमीफाइनल में पहुंचा है ।

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