प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह और उनके नजदीकी लोगों के ठिकाने पर गुरुवार को छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी अधिकारियों ने पांच करोड़ रुपये नकद, तीन गोल्ड बिस्किट, विदेश निर्मित हथियार, लगभग 300 कारतूस और 100 से अधिक शराब की बोतलें बरामद की हैं। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने हरियाणा के यमुनानगर जिले में कथित अवैध खनन से जुड़े धन शोधन मामले में दिलबाग सिंह और सोनीपत से कांग्रेस के विधायक सुरेंद्र पंवार के खिलाफ छापेमारी शुरू की थी। ईडी सूत्रों ने बताया कि सिंह और उनके करीबियों से जुड़े परिसरों से पांच किलोग्राम सोना और भारत और विदेशों में संपत्ति से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।

कौन हैं दिलबाग सिंह
दिलबाग सिंह इंडियन नेशनल लोकदल के पूर्व विधायक हैं। वह दो बार 2009 और 2014 में यमुनानगर से INLD के विधायक रह चुके हैं। हालांकि, 2019 में उन्हें बीजेपी के घनश्याम दास ने करीब 1400 वोटों के अंतर से हरा दिया था। सिंह ने 1994 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से स्नातक किया है। उनका ट्रांसपोर्ट और माइनिंग का कारोबार है। 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में दिलबाग सिंह राज्य के सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक थे। दिलबाग सिंह ने अपने चुनावी हलफनामे में 34 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की थी। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, सिंह पर हत्या की कोशिश का मुकदमा लंबित है।

चौटाला परिवार से क्या रिश्ता
दिलबाग सिंह हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के बेटे और INLD नेता अभय सिंह चौटाला के समधी हैं। दिलबाग सिंह ने अपनी बेटी की शादी अभय सिंह चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला से की है।

बता दें कि ईडी ने धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत यमुनानगर, सोनीपत, मोहाली, फरीदाबाद, चंडीगढ़ और करनाल में सिंह से जुड़े लगभग 20 ठिकानों पर छापेमारी की थी। केंद्रीय एजेंसी राजस्व और करों के संग्रह को आसान बनाने और खनन क्षेत्रों में कर चोरी को रोकने के लिए 2020 में हरियाणा सरकार द्वारा लाई गई ऑनलाइन योजना में उनके खिलाफ कथित धोखाधड़ी की भी जांच कर रही है।

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