प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले के संबंध में धन शोधन मामले की जांच के तहत शुक्रवार को बारामती एग्रो और उससे जुड़ी कंपनी के परिसरों पर छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। बारामती एग्रो कंपनी के मालिक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार के पोते और विधायक रोहित पवार हैं।
सूत्रों के मुताबिक, बारामती, पुणे, औरंगाबाद और अमरावती में कम से कम छह ठिकानों पर छापेमारी की गई।बारामती कस्बे में बारामती एग्रो के कार्यालय पर भी छापेमारी की गई। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध (ईओडब्ल्यू) शाखा ने अगस्त, 2019 में प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसके बाद धन शोधन का यह मामला सामने आया था।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने 22 अगस्त 2019 को महाराष्ट्र सहकारी क्षेत्र में कथित तौर पर धोखाधड़ी से चीनी मिलों को बेचने के आरोपों की जांच करने का आदेश जारी किया था और कहा था कि इन्हें औने-पौने दाम पर बेचा गया, जिसके बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी।
38 वर्षीय रोहित पवार बारामती एग्रो के सीईओ हैं। वह अहमदनगर जिले की कर्जत-जामखेड सीट से एनसीपी विधायक भी हैं। जब उनके चाचा अजीत पवार एनडीए खेमे में शामिल होने और राज्य का उपमुख्यमंत्री बनने के लिए विधायकों के एक बड़े समूह के साथ बाहर चले गए, तो रोहित पवार ने शरद पवार और उनकी बेटी, एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले के साथ रहना चुना। रोहित पवार या बारामती एग्रो प्रबंधन टीम की ओर से इस छापेमारी पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। फिलहाल रोहित देश से बाहर हैं।