जनता दल (यूनाइटेड) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की शुक्रवार को हुई बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फिर से पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया है। जद(यू) के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी ने कहा कि राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और खुद नीतीश कुमार को अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव रखा। नई दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की दो दिवसीय बैठक का आज आखिरी दिन है।
बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि ललन सिंह ने कार्यकारिणी की बैठक में बताया कि वह लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं और इसके मद्देनजर अपनी व्यवस्तता को देखते हुए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
उनके मुताबिक सिंह ने मुख्यमंत्री से अध्यक्ष का पद संभालने का अनुरोध किया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। जद (यू) सांसद रामनाथ ठाकुर ने बताया कि कार्यकारिणी की बैठक में एक राजनीतिक प्रस्ताव, बिहार में जातीय जनगणना कराने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद करने का एक प्रस्ताव और संसद से 147 सांसदों को निलंबित किए जाने का एक निंदा प्रस्ताव पेश किया गया।
सूत्रों ने कहा कि पार्टी के भीतर अधिकांश प्रमुख नेताओं का मानना था कि नीतीश कुमार को ही 2024 में लोकसभा चुनावों से पहले इस महत्वपूर्ण समय में संगठन की कमान संभालनी चाहिए। पार्टी विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा है। अब नीतीश खुद गठबंधन दलों के साथ सीट शेयरिंग समेत उम्मीदवारें चयन में अंतिम फैसले लेंगे।
सूत्रों ने बताया कि कुमार के साथ हाल में हुई बातचीत में पार्टी के भीतर कई नेताओं ने सिंह की नेतृत्व शैली की आलोचना की थी। पिछले कई दिनों से बिहार के सियासी गलियारों में ललन सिंह के इस्तीफे की चर्चा थी। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा था कि नीतीश कुमार ललन सिंह की लालू परिवार से बढ़ती नजदीकियों से असहज हो रहे थे।