हिंसा की छिटपुट घटनाओं के साथ गुरुवार को पड़ोसी देश पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया। हालांकि, आतंकी हमलों को नाकाम करने के लिए मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं सरकार द्वारा स्थगित किए जाने के कारण लोगों को ‘कनेक्टिविटी’ की समस्याओं का सामना करना पड़ा। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और यह बिना रुके शाम पांच बजे तक जारी रहा। कुल 128,585,760 पंजीकृत मतदाताओं के मतदान करने के लिए देशव्यापी सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था।
अब सबकी निगाहें बैलेट बॉक्स पर टिकी हैं। माना जा रहा है कि नवाज शरीफ की पार्टी PML-N सबसे आगे है और उसे सेना का समर्थन भी हासिल है। माना जाता है कि नतीजे आधी रात से आने शुरू हो जाएंगे और ज्यादातर नतीजे सुबह तक आ जाएंगे। निर्वाचन अधिकारी नतीजे तैयार करने में जुट गए हैं। वह नतीजे की प्रति मतदान केंद्र के मुख्य द्वार पर भी चिपकाएंगे। वे निर्वाचन क्षेत्र के नतीजों को जुटाएंगे और अंतिम परिणाम की घोषणा करेंगे।
देश के कुछ मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया में विलंब होने और चुनावी ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर आतंकी हमला होने की भी खबर है। हमले में चार पुलिसकर्मी मारे गए। मत पेटियों की सील मतदान केंद्रों के अंदर विभिन्न उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में खोली जाएगी, और मतगणना प्रत्येक मतदान केंद्र में निर्वाचन अधिकारी की निगरानी में की जाएगी।
चुनावों के दौरान दूरसंचार एवं इंटरनेट सेवाओं में देशव्यापी व्यवधान को लेकर राजनीतिक दलों ने नाराजगी जताई और मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता पर संदेह जताया। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जेल में हैं, वहीं नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने की संभावना जताई जा रही है।