दुनिया की मशहूर और दिग्गज आईटी कंपनी गूगल (Google Inc) में एक बार फिर से छंटनी की आशंका बढ़ गई है। 2023 की शुरुआत में ही कंपनी ने 12000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। यह कंपनी के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी छंटनी थी। अब 2024 में भी कंपनी बड़े पैमाने पर छंटनी करने की तैयारी में है।
रॉयटर्स के मुताबिक, गूगल अपनी विज्ञापन सेल्स यूनिट में बदलाव करने जा रही है। इसके बाद से कर्मचारियों के बीच फिर से छंटनी की प्रक्रिया शुरू होने की चर्चाएं तेज हैं। इस डिपार्टमेंट में लगभग 30 हजार लोग काम करते हैं, जिन पर नौकरी जाने की तलवार लटकने लगी है।
गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने हाल ही में कहा था कि छंटनी की प्रक्रिया (Google Layoffs) को कंपनी ने ठीक तरीके से नहीं किया। हालांकि, उन्होंने छंटनी को कंपनी के भविष्य के लिए बहुत जरूरी कदम बताते हुए जायज ठहराया था। उनका कहना था कि अगर ऐसा नहीं किया जाता तो आगे जाकर गूगल को बहुत दुष्परिणाम देखने को मिलते। हालांकि, 2023 की शुरुआत में की गई छंटनी के बाद किसी को नहीं निकाला गया है।
मीडिया रिरोर्ट्स के मुताबिक, पिछले हफ्ते हुई बैठक में गूगल अमरीका एंड ग्लोबल पार्टनर्स के प्रेसिडेंट सॉन डाउनी ने एड एंड सेल्स टीम को रीस्ट्रक्चर करने के प्लान के बारे में बताया। हालांकि, उन्होंने मीटिंग में छंटनी का जिक्र नहीं किया लेकिन, रिस्ट्रक्चर की चर्चा से कंपनी में कर्मचारियों के बीच छंटनी की आशंका मंडराने लगी है।
बता दें कि गूगल लगातार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में निवेश कर रही है। इसके अलावा कंपनी मशीन लर्निंग का इस्तेमाल एड परचेज में कर रही है। एआई के इस्तेमाल से हर जगह लोगों की नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है। इसलिए एम्प्लॉईज आशंकित हैं। यदि कंपनी कर्मचारियों को नौकरी से नहीं निकालती है तो उन्हें किसी दूसरे विभाग में ट्रांसफर किया जा सकता है। हालांकि, गूगल ने इस मसले पर अभी तक कुछ नहीं कहा है।
पिछली छंटनी पर गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट (Alphabet) ने साफ किया था कि मंदी की आशंका के चलते 12 हजार लोगों को नौकरी से निकाला गया था। सुंदर पिचई ने कहा था कि हमने प्रभावित कर्मचारियों को सूचित करने का सही तरीका नहीं आजमाया था, इससे उनके मनोबल पर बुरा प्रभाव पड़ा। सुंदर पिचई ने कहा था कि गूगल में हमने 25 सालों में ऐसा समय कभी नहीं देखा।