अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में युद्ध को रोकने के लिए संघर्ष विराम का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि सीजफायर प्रस्ताव पर हां कहने की बारी अब हमास की है। उन्होंने कहा कि जो बाइडेन प्रशासन पिछले 10 महीने से जारी इस संघर्ष को समाप्त करने पर दृढता से विचार कर रहा है।
पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा दक्षिणी इज़राइल पर हमला करने और फिर इजरायल के पलटवार करने के बाद से अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इस क्षेत्र की नौवीं यात्रा कर चुके हैं। ब्लिंकन ने प्रस्तावित समझौते को “एक पुल बनाने वाला समझौता” कहा। हालांकि, उन्होंने सीजफायर समझौते की शर्तों का खुलासा नहीं किया लेकिन यह जरूर कहा कि उस प्रस्ताव पर आधारित है जिसे राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मई के अंत में रखा था, जिस पर दोनों पक्ष तब सहमत नहीं थे।
ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका “कभी हार नहीं मानने वाला है”, लेकिन हर गुजरते दिन के साथ बंधकों को नुकसान पहुंचने का खतरा बढ़ रहा था और वार्ता के पटरी से उतरने की संभावना बढ़ गई थी। शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि वह यह समझने के लिए मिस्र और कतर की यात्रा करेंगे कि उनके नेता अगले कदम पर हमास से क्या अपेक्षा कर रहे हैं।