पिछले शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात को ईरान ने इजरायल पर करीब 300 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलों से हमला बोल दिया था। हालांकि, उसके 99 फीसदी मिसाइलों और ड्रोनों को रास्ते में ही ध्वस्त कर दिया गया लेकिन इस घटना के चार दिन बाद भी इजरायल ईरान पर पलटवार नहीं कर सका है। इस बीच, वहां की युद्ध कैबिनेट लगातार बैठक कर रही है और हमले की रणनीति बना रही है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को 24 घंटे के अंदर दो बार युद्ध कैबिनेट की मीटिंग की है। हालांकि, इजरायल के सेना प्रमुख ने कहा है कि इस सप्ताह के अंत तक उनका देश ईरान के हमले का जवाब देगा।
इजरायली सेना का युद्धाभ्यास
ईरान पर हमलों को अमली जामा पहनाने से पहले इजरायली फोर्स ने मंगलवार को सेंट्रल और अपर गलीली इलाके में युद्ध का मॉक ड्रिल किया और उसके विध्वंसक विमानों ने आसमान में उड़नें भरीं। इसके अलावा टैंक और बख्तरबंद वाहन भी सड़कों पर उतरे। IAF के कई लड़ाकू विमान आसमान में एक साथ उड़ते और युद्धाभ्यास करते नजर आए। इस बीच, इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में हवाई हमले कर हिज्बुल्लाह के कई ठिकानों को तबाह किया है।
अब 12 दिन नहीं करेंगे इंतजार
दूसरी तरफ ईरान ने एक वार वीडियो जारी कर इजरायल को धमकी दी है और कहा है कि हम किसी भी हमले का जवाब देने के लिए तैयार हैं। ईरान ने अपने वीडियो संदेश में कहा है कि अगर इजरायल ने हमला किया तो वह सेकंड भर में पलटवार करेगा और इस बार 12 दिनों का इंतजार नहीं करेगा। ईरान के उप विदेश मंत्री अली बाघेरी कानी ने चेतावनी दी है कि इस बार उनका देश दोगुनी ताकत से इजरायल पर हमला बोलेगा और करीब 400 मिसाइल एकसाथ दागेगा। बाघेरी ने कहा कि ईरान ने करीब 1000 मिसाइल तैयार रखे हैं। बाघेरी ने कहा कि हम कई सालों से इस दिन का इंतजार कर रहे थे।
इसी दौरान ईरान की तैयारियों पर वहां के रक्षा-विदेश मामलों की कमेटी के प्रवक्ता अब्दुल फजल ने धमकी दी है कि ईरान के पास कई घातक हथियार हैं, जिसकी भनक दुनिया को नहीं है। फजल ने कहा है कि ईरान नए तरह के हथियारों से इजरायल पर हमला करेगा। ऐसे में ये आशंका भी गहरा गई है कि क्या ईरान परमाणु बम का इस्तेमाल कर सकता है?
ईरान की क्या-क्या तैयारी?
ईरान ने पलटवार की तैयारी में हाइपरसोनिक और बैलिस्टिक मिसाइलों को भी रेडी मोड में तैनात कर दिया है। हाइपरसोनिक मिसाइल की रेंज 1400 किलोमीटर है। इसके अलावा ईरान ने फतह मिसाइल की भी तैनाती कर दी है। इसकी मारक रफ्तार 16050 किलोमीटर प्रति घंटा है। इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे अमेरिका-ब्रिटेन और इजरायल को कोई भी डिफेंस सिस्टम इंटरसेप्ट नहीं कर सकता, जैसा कि शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात ईरानी हमले के दौरान उसके 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन हमलों के साथ हुआ था। अमेरिका, ब्रिटेन और इजरायल की जुगलबंदी से पड़ोस की छह देशों से एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम के जरिए ईरान के 90 फीसदी मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर दिया गया था।
अमेरिका क्यों चिंतित
ईरान की इस तैयारी से इजारयली प्रधानमंत्री बेंजामिन की टेंशन बढ़ गई है। दूसरी तरफ अमेरिका भी इस बात से परेशान है कि अगर ईरान ने घातक हथियारों का इस्तेमाल किया तो इजरायल भी जवाबी कार्रवाई में विध्वंसक हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। इससे क्षेत्रीय अशांति के अलावा दुनियाभर में भीषण युद्ध भड़क सकता है और उसके घातक अंजाम हो सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों पर भी उसका असर पड़ सकता है।