नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली शराब नीति मामले में 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है। बावजूद इसके केजरीवाल बुधवार (20 दिसंबर) को 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान सत्र के लिए रवाना हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हालांकि, यह जानकारी नहीं दी गई है कि वह इस सत्र के लिए कहां गए हैं।
ईडी ने आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री को सोमवार को नया समन जारी किया था। अधिकारियों ने बताया कि केजरीवाल को विपश्यना ध्यान सत्र के लिए मंगलवार को रवाना होना था, लेकिन ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में शामिल होने के कारण वह ऐसा नहीं कर सके। उन्होंने बताया कि पूर्व निर्धारित ध्यान सत्र के लिए वह बुधवार दोपहर करीब 1.30 बजे रवाना हो गए।
आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को समन जारी करने के समय पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी के अधिवक्ता नोटिस का अध्ययन कर रहे हैं और ”कानूनी रूप से उचित” कदम उठाए जाएंगे। पार्टी ने कहा कि केजरीवाल का विपश्यना सत्र ”पूर्व निर्धारित” था और यह जानकारी सार्वजनिक थी।
आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा था, ”हर कोई जानता है कि मुख्यमंत्री 19 दिसंबर को विपश्यना सत्र के लिए जा रहे हैं। वह नियमित रूप से इस ध्यान सत्र के लिए जाते हैं। यह एक पूर्व निर्धारित और पूर्व घोषित कार्यक्रम है।”ईडी ने इससे पहले केजरीवाल को दो नवंबर को समन भेजा था, लेकिन नोटिस को अवैध और राजनीति से प्रेरित बताते हुए वह पूछताछ में शामिल नहीं हुए थे।