मुंबई: निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने बृहस्पतिवार को कहा कि हाल ही में जारी किए गए लगभग 17,000 क्रेडिट कार्ड का ब्योरा गलत उपयोगकर्ताओं से जुड़ने का मामला सामने आने के बाद सारे कार्ड ब्लॉक कर दिए गए हैं। निजी क्षेत्र के बैंक ने कहा कि इस मामले में किसी भी कार्ड के किसी दुरूपयोग की सूचना नहीं है। लेकिन उसने कहा कि ग्राहक को किसी भी तरह का वित्तीय नुकसान होने पर वह उसका मुआवजा देने को तैयार है।
एक सूत्र ने कहा कि बैंक के नये ग्राहकों के क्रेडिट कार्ड का नंबर कुछ पुराने ग्राहकों के कार्ड के साथ गलती से जुड़ गए थे। इस गड़बड़ी की वजह से बैंक के मोबाइल ऐप पर चुनिंदा पुराने ग्राहकों को नए कार्डधारकों का पूरा ब्योरा दिखने लगा था।
सोशल मीडिया पर बुधवार शाम से ही बैंक की इस गलती को लेकर चर्चा चल रही थी। हालांकि अब इसे सुधार लिया गया है। गलत ‘मैपिंग’ के कारण बैंक का पुराना उपयोगकर्ता नए क्रेडिट कार्ड ग्राहक के बारे में पूरी जानकारी को देख पा रहा था।
आईसीआईसीआई बैंक के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस समस्या की चपेट में आए क्रेडिट उसके कुल कार्ड पोर्टफोलियो का केवल 0.1 प्रतिशत हैं। प्रवक्ता ने कहा कि इन सभी कार्ड को ब्लॉक कर दिया गया है और ग्राहकों को नये कार्ड जारी किए जाएंगे।
बयान के मुताबिक, “इन कार्ड में से किसी भी कार्ड के दुरुपयोग का कोई मामला हमारे संज्ञान में नहीं लाया गया है। हालांकि, हम आश्वस्त करते हैं कि किसी भी वित्तीय नुकसान के मामले में बैंक ग्राहक को उचित मुआवजा देगा।”
हालांकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि गलत मैपिंग के बावजूद क्रेडिट कार्ड के जरिये लेन-देन होने की संभावना बहुत कम है। इसकी वजह यह है कि कोई भी भारतीय ऑनलाइन वेबसाइट नए ग्राहक के मोबाइल फोन पर वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भेजने का संदेश देगी।
आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड से संबंधित गड़बड़ी का यह मामला एक दिन पहले कोटक महिंद्रा बैंक पर रिजर्व बैंक की सख्त कार्रवाई के एक दिन बाद ही सामने आया है। रिजर्व बैंक ने कोटक महिंद्रा बैंक को आईटी नियमों के लगातार उल्लंघन के लिए ऑनलाइन नए ग्राहक जोड़ने के साथ क्रेडिट कार्ड जारी करने से भी फौरन रोक दिया है।