नई दिल्ली: सार्वजनिक प्रसारक दूरदर्शन न्यूज के ‘लोगो’ का रंग लाल से बदलकर नारंगी करने पर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। विपक्ष ने इसे ‘पूरी तरह से अवैध’ और ‘भाजपा समर्थक पक्षपात’ को प्रतिबिंबित करने वाला करार दिया।सार्वजनिक प्रसारक ने पिछले सप्ताह डीडी न्यूज के ‘नए लोगो’ का अनावरण किया, जिसकी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी आलोचना की। उन्होंने इसे चुनावों के दौरान दूरदर्शन के ‘भगवाकरण’ का प्रयास करार दिया।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘भगवा’ के प्रति उनका प्रेम ‘जगजाहिर’ है; वहीं भाजपा ने बदलाव को ‘घर वापसी’ करार देते हुए तर्क दिया कि ‘भगवा लोगो’ का परीक्षण 1982 में किया गया था।
ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘जब देशभर में आम चुनाव हो रहे हैं तब मैं अचानक भगवाकरण और हमारे दूरदर्शन के लोगो का रंग बदले जाने से स्तब्ध हूं। यह बिल्कुल अनैतिक एवं पूरी तरह से अवैध है और राष्ट्रीय सार्वजनिक प्रसारक के भाजपा के प्रति पक्षपात को दर्शाता है।’’
भाजपा आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि भारत को 1982 में रंगीन टीवी मिला और उसी वर्ष दूरदर्शन राष्ट्रीय प्रसारक बन गया। मालवीय ने ‘एक्स’ पर पुराने दिनों के दूरदर्शन के प्रोमो की एक क्लिप साझा करते हुए पोस्ट किया, ‘‘इस तरह इसे लॉन्च किया गया था। भगवा रंग। हमने अभी इसे पुनः स्थापित किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दूरदर्शन के भगवा रंग का परीक्षण बहुत पहले 1982 में किया गया था। इसलिए, चौंकिए मत और पता लगाइए कि इसे नीले रंग में किसने बदला। यह राष्ट्रीय प्रसारक के लिए घर वापसी के अलावा और कुछ नहीं है।’’
I am shocked at the sudden saffronisation and change of colour of our Doordarshan logo when the national elections are taking place across the country! It is absolutely unethical, grossly illegal, and speaks loudly of the pro-BJP bias of the national public broadcaster!
How… pic.twitter.com/3JnfDhR3Ca
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) April 20, 2024