चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में बड़ा राजनीतिक उलट-फेर हुआ है। राज्य में नौ साल बाद मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया गया है। मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद ओबीसी नेता नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इसके साथ ही बीजेपी संग सरकार में सहयोगी रही जननायक जनता पार्टी का अब बीजेपी से गठबंधन खत्म हो गया है। दोनों दलों के रास्ते जुदा हो चुके हैं।
मंगलवार की शाम गवर्नर बंडारु दत्तात्रेय ने नायब सिंह सैनी और पांच मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलवाई। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद थे। सैनी के साथ कंवर पाल, मूलचंद शर्मा, रणजीत सिंह, जयप्रकाश दलाल और डॉ. बनवारी लाल ने मंत्री पद की शपथ ली।
हालांकि, चर्चा थी कि अनिल विज इस नई सरपकार में उप मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इससे नाराज होकर उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार कर दिया। हरियाणा की पिछली मनोहर लाल खट्टर सरकार में दूसरे नंबर पर माने जाने वाले गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री रहे अनिल विज नये मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुये जिसके बाद उनके नाराज होने की खबरें सोशल मीडिया में फैलने लगीं।
बता दें कि विज शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही अंबाला पहुँच चुके थे, जिस समय सैनी पाँच मंत्रियों के साथ शपथ ले रहे थे, उसी समय सोशल मीडिया में विज का अंबाला में अपने आवास पर अपनी नातिन के साथ खेलने का वीडियो आया।
सूत्रों के अनुसार इससे पूर्व पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में जिस बैठक में सैनी को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया, उसमें से भी अनिल विज बीच में ही उठकर चले गये थे। वह संभवत: इस फैसले से सहमत नहीं थे। इस बारे में न तो विज की तरफ से, न भाजपा की तरफ से कोई आधिकारिक बयान आया।