नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में 100 रुपये की कटौती की गई है। इसके अलावा समाज सेवी सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि गैस सिलेंडर की कीमतों में 100 रुपये की कटौती की घोषणा से नारी शक्ति का जीवन आसान होने के साथ ही करोड़ों परिवारों का आर्थिक बोझ भी कम होगा।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘महिला दिवस के अवसर पर आज हमने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 100 रुपये की छूट का बड़ा फैसला किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह कदम पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार बनेगा, जिससे पूरे परिवार का स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा।’’
मोदी ने कहा कि रसोई गैस को और अधिक किफायती बनाकर सरकार का लक्ष्य परिवारों की भलाई और एक स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करना भी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके लिए ‘इज ऑफ लिविंग (सुगमता से जीवनयापन)’ सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है।’’
इससे पहले, मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को बधाई दी, उनकी ताकत, साहस और दृढ़ता को सलाम किया और विभिन्न क्षेत्रों में उनकी उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार शिक्षा, उद्यमिता, कृषि, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में पहल के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह पिछले दशक की हमारी उपलब्धियों में भी परिलक्षित होता है।’’
प्रधानमंत्री ने आज के दिन यह घोषणा भी कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समाजसेवी और लेखिका सुधा मूर्ति को शुक्रवार को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। मोदी ने कहा कि उच्च सदन में उनकी मनोनयन ‘नारी शक्ति’ का एक सशक्त प्रमाण है, जो राष्ट्र की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण भी है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि भारत की राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति जी को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विविध क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान असीम और प्रेरणादायक रहा है।’’ इंफोसिस के सह-संस्थापक एन. आर. नारायणमूर्ति की पत्नी ‘मूर्ति ट्रस्ट’ की अध्यक्ष भी हैं और उन्होंने कई किताबें लिखी हैं। मूर्ति 73 वर्ष की हैं और संसद के उच्च सदन के लिए उनका मनोनयन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन हुआ है। उन्हें वर्ष 2006 में पद्मश्री और 2023 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने एक के बाद एक पोस्ट में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिक्र किया और छोटे-छोटे वीडियो साझा करते हुए इनसे महिलाओं को मिल रहे लाभ को रेखांकित किया। पीएम स्वनिधि योजना का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इससे गरीब से गरीब कामगारों के जीवन में भी खुशियां आई हैं और इनमें बड़ी संख्या में माताएं-बहनें भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि लखपति दीदी योजना देशभर में महिलाओं को सशक्त बनाने का एक बड़ा माध्यम बन रही है। उन्होंने कहा, ‘‘स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हमारी माताएं-बहनें और बेटियां विकसित भारत के निर्माण की एक मजबूत कड़ी हैं।’’ प्रधानमंत्री आवास योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘एक घर सम्मान का आधार होता है। यह वह जगह है जहां सशक्तीकरण शुरू होता है और सपने उड़ान भरते हैं। पीएम-आवास योजना महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए एक ‘गेम-चेंजर’ रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नमो ड्रोन दीदी नवाचार, उपयुक्तता और आत्मनिर्भरता की चैंपियन हैं। हमारी सरकार महिला सशक्तीकरण को आगे बढ़ाने के लिए ड्रोन की शक्ति का लाभ उठा रही है।’’ प्रधानमंत्री अक्सर अपने भाषणों में इन योजनाओं और इनसे महिलाओं के हो रहे सशक्तीकरण का उल्लेख करते रहे हैं।
जनता के बीच अपनी पकड़ को मजबूत करने के मोदी के अभियान के केंद्र में महिलाएं प्रमुख भूमिका में रही हैं। उन्होंने अक्सर कहा भी है कि भारतीय जनता पार्टी की चुनावी सफलता में महिलाओं के समर्थन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।अप्रैल-मई में संभावित लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने महिलाओं को साधने के अपने अभियान को और तेज कर दिया है। उसकी कोशिश मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार बड़ी जीत हासिल करने और सत्ता में बने रहने की है।