पंजाब के मोहाली में पुलिस और गैंगस्टरों के बीच मुठभेड़ की खबर है। पुलिस गैंगस्टराें का गुरदासपुर के बटाला से पीछा कर रही थी। तभी मोहाली के बलौंगी में गैंगस्टर एक गोशाला में घुस गए और पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक गैंगस्टर को पुलिस की गोली लगी, जिसके बाद दाेनों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान शरणप्रीत सिंह के रूप में हुई है। वहीं उसके दूसरे साथी को भी गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े हैं। घायल गैंगस्टर को मोहाली के फेज-छह स्थित अस्पताल में भर्ती किया गया है।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गैंगस्टर शरणप्रीत सिंह का पुलिस गुरदासपुर के बटाला से पीछा कर रही थी। रास्ते में शरणप्रीत सिंह ने कई नाके तोड़े और मोहाली तक पहुंच गया। इस पर बटाला पुलिस ने मोहाली पुलिस से संपर्क किया और उसके बाद सीआईए खरड़ की टीम ने पीछे किया। सीआईए टीम के पीछे लगने के बाद आरोपियों ने अपनी गाड़ी बलौंगी की तरफ मोड़ ली। यहां बाल गोपाल गोशाला में गैंगस्टर जा घुसे। पीछा करते जब पुलिस टीम पहुंची और पुलिस ने उन्हें आत्मसमर्पण को कहा तो फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इस दौरान गोली लगने से गैंगस्टर शरणप्रीत सिंह घायल हो गया है। उसके पैर में गोली लगी है। उसे मोहाली के फेज-छह स्थित अस्पताल में दााखिल करवाया गया है। पुलिस ने गौशाला को सील कर दिया है। फॉरेंसिक टीम जांच के लिए पहुंच गई है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि मोहाली पुलिस ने बटाला पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) द्वारा विदेश से संचालित दो गुर्गों को गिरफ्तार किया। वे कई हत्याओं में शामिल थे। आरोपियों से गन भी बरामद हुई है। हरविंदर रिंदा और उसके सहयोगियों द्वारा संचालित आईएसआई समर्थित आतंकी मॉड्यूल है जो अपने बैंक खातों में धन मुहैया कराकर युवाओं की भर्ती कर रहे थे और ड्रोन की मदद से सीमा क्षेत्र से विदेशी हथियारों की तस्करी करते हैं।