नया साल 2024 भारत समेत कई देशों में दस्तक दे चुका है। सबसे पहले न्यूजीलैंड के आकलैंड और ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में नववर्ष 2024 ने दस्तक दी। नए साल के आगमन पर आकलैंड में न्यूजीलैंड के सबसे लंबे टावर स्काई टावर पर हजारों लोगों ने जमकर जश्न मनाया और आतिशबाजी की। भारत में भी जैसे ही घड़ी की सूई ने नए साल के आगमन का इशारा किया लोगों ने आतिशबाजी करनी शुरू कर दी। इससे आसामन रंग-बिरंगी रोशनी से नहा उठा। भारत में भी नए साल के जश्न पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
हालांकि इस साल नववर्ष के जश्न पर यूक्रेन और गाजा में जारी युद्ध का असर देखने को मिला, जिसके चलते जश्न फीका पड़ गया है और दुनिया के कई हिस्सों में तनाव बढ़ा है। कई शहरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और कुछ जगहों पर नववर्ष की पूर्व संध्या पर होने वाले कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। आकलैंड में रविवार को हल्की बारिश हुई। शहर में 17 लाख लोगों के नववर्ष का जश्न मनाने का अनुमान है। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में हार्बर ब्रिज पर आतिशबाजी और लाइट शो देखने को मिला।सिडनी में हर बार की तरह इस बार भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं, जहां 10 लाख से अधिक लोगों के नववर्ष का जश्न मनाने का अनुमान है।
न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में, अधिकारी और कार्यक्रमों के आयोजकों ने कहा कि वे नववर्ष का जश्न मनाने आने वालों का स्वागत और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं। सुरक्षा को लेकर संवाददाता सम्मेलन में न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स ने कहा कि नववर्ष के जश्न को “कोई खास खतरा” नहीं है।
गाजा में इजराइल-हमास युद्ध के कारण न्यूयॉर्क में दैनिक विरोध प्रदर्शनों के बीच, पुलिस ने कहा कि नववर्ष को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं और एक बफ़र ज़ोन होगा, जिससे प्रदर्शनों से बचने में मदद मिलेगी। फ्रांस की राजधानी पेरिस में नए साल की पूर्व संध्या का जश्न 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों पर केंद्रित होगा। स्थानीय अधिकारियों ने नए साल की पूर्व संध्या पर चैंप्स एलिसीज़ पर और इसके आसपास शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है, और लोग कांच की बोतलों तथा फ्लास्क के साथ इस क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।
यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई के चलते इस साल भी रूस में नववर्ष समारोहों का रंग फीका है। पिछले साल की तरह मॉस्को के रेड स्क्वायर पर सामान्य आतिशबाजी और संगीत कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। शनिवार को रूसी सीमावर्ती शहर बेलगोरोड के मध्य में गोलाबारी में 24 लोगों की मौत के बाद, व्लादिवोस्तोक सहित पूरे रूस में कुछ स्थानीय अधिकारियों ने भी अपने सामान्य आतिशबाजी का कार्यक्रम रद्द कर दिया। पूरे रूस में लाखों लोगों के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नववर्ष संबोधन में शामिल होने की उम्मीद है।
मुस्लिम-बहुल पाकिस्तान में, सरकार ने फलस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए नए साल की पूर्व संध्या के सभी समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया है। कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक काकड़ ने एक संदेश में पाकिस्तानियों से नए साल की शुरुआत सादगी से करके गाजा के उत्पीड़ित लोगों के साथ एकजुटता दिखाने का आग्रह किया। काकड़ ने कहा कि दुनिया भर के मुसलमान गाजा पर इजराइल के हमलों से दुखी हैं, जिसके परिणामस्वरूप हजारों निर्दोष लोग मारे गए हैं।
वेटिकन में, पोप फ्रांसिस ने 2023 को युद्धकालीन पीड़ा से देकर गया वर्ष बताया। पोप ने अपने पारंपरिक ‘संडे ब्लेसिंग्स’ के दौरान कहा कि पीड़ित यूक्रेनी, फलस्तीनी और इजराइली, सूडानी और कई अन्य लोगों के लिए प्रार्थना की।उन्होंने कहा, “साल के अंत में, हम खुद से यह पूछने का साहस करें कि सशस्त्र संघर्ष से कितने मानव जीवन का नाश हुआ, कितने लोग मरे और कितना विनाश हुआ, कितनी पीड़ा हुई, कितनी गरीबी हुई। जिस किसी के भी इन संघर्षों में हित हों, वे अंतरात्मा की आवाज सुनें।”
जापान में लोग नए साल का स्वागत करने के लिए धार्मिक स्थलों और मंदिरों में एकत्र हुए। तोक्यो के त्सुकिजी मंदिर में, आगंतुकों को मुफ्त में गर्म दूध और मकई का सूप दिया गया।जर्मनी की राजधानी बर्लिन में व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगभग 4,500 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया। पुलिस ने शहर भर की कई सड़कों पर पटाखों के पारंपरिक उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया। उन्होंने पड़ोसी शहर न्यूकोएलन शहर में फलस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन पर भी प्रतिबंध लगा दिया।